
Sarkari Naukri – केंद्र सरकार ने टैक्स हैवन्स से जुड़े भारतीयों के खिलाफ जांच के आदेश दिए, भारत की सबसे तेज ट्रेन “गतिमान एक्सप्रेस” को आज दिखाई हरी झंडी, नोवाक जोकोविच ने केई निशिकोरी को हराकर …
1) केंद्र सरकार ने टैक्स हैवन्स से जुड़े भारतीयों के खिलाफ जांच के आदेश दिए:
विवरण:

सोमवार को भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार ने “पनामा पेपर्स” में सामने आये भारतीयों के खिलाफ जांच के लिए एक विशेष एजेंसी के गठन के आदेश दिए। “पनामा पेपर्स”, जोकि 11 लाख से अधिक दस्तावेजों का एक सेट है, के लीक होने से पता चलता है कि कैसे दुनिया के ताकतवर और प्रभावशाली लोग अपना धन छुपाते हैं।
दुनिया की एक बड़ी कानून फर्म के ग्राहकों से सम्बंधित यह दस्तावेज, जर्मन समाचार पत्र ‘सुेदउतसचे जितुंग’ को एक अज्ञात स्रोत से प्राप्त हुए हैं तदुपरांत इन्हें अंतरराष्ट्रीय खोजी पत्रकार संघ (आईसीआईजे) के जरिये दुनिया भर के मीडिया साझेदारों से साझा किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार एक बहुपक्षीय एजेंसी समूह गठित किया गया है, जिसमें केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, वित्तीय खुफिया संघ, विदेश टैक्स और टैक्स अनुसंधान प्रभाग एवं भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारी शामिल होंगे।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत काले धन की जांच के लिए एक विशेष जांच दल नियुक्त किया था, जिसने पिछले साल अदालत में प्रस्तुत अपनी तीसरी रिपोर्ट में कहा था कि कई विभाग कर चोरी के मामलों में प्राप्त जानकारी साझा करने के लिए तैयार नहीं थे।
2) भारत की सबसे तेज ट्रेन “गतिमान एक्सप्रेस” को आज दिखाई हरी झंडी:
विवरण:

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मंगलवार को देश की बहुप्रतीक्षित “गतिमान एक्सप्रेस” को हरी झंडी दिखाई। इस ट्रेन ने हजरत निजामुद्दीन से आगरा कैंट रेलवे स्टेशन की दूरी 90 से 100 मिनट में पूरी की। साथ ही, उन्होंने कहा कि यह भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण कदम का द्योतक है।
निजामुद्दीन-आगरा गतिमान एक्सप्रेस, भारतीय रेलवे की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रैन है जो 160 किमी प्रति घंटा की गति से चलेगी एवं
दिल्ली से आगरा तक 200 किलोमीटर की दूरी महज 100 मिनट में तय करेगी।
इस ट्रेन के शुभारंभ से भारत में उच्च गति रेलयात्रा के एक नए युग की शुरुआत हुई है।
हवाई जहाज की तरह गतिमान एक्सप्रेस में ट्रेन होस्टेस होंगी, यात्रियों को सीट पर ही मनचाही वस्तु मिल जाएंगी। साथ ही व्यंजनों के विभिन्न प्रकारों का भी विकल्प होगा।
3) नोवाक जोकोविच ने केई निशिकोरी को हराकर छठा मियामी ओपन खिताब जीता:
विवरण:

दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने अपना शानदार फार्म जारी रखते हुए जापान के छठे वरीय केई निशिकोरी को सीधे सेटों में हराते हुए लगातार तीसरी बार मियामी ओपन का खिताब अपने नाम किया।
निशिकोरी को एक घंटे और 26 मिनट में 6-3, 6-3 से हराने के साथ ही जोकोविच ने दुनिया के पूर्व नंबर एक आंद्रे अगासी के छः मियामी खिताब जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी की।
जोकोविच ने इसके साथ ही रिकॉर्ड 28वां एटीपी मास्टर्स खिताब जीता जो स्पेन के उनके प्रतिद्वंद्वी रफेल नडाल से एक खिताब अधिक है।
जोकोविच, इंडियन वेल्स-मियामी डबल को लगातार तीन साल जीतने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। इस जीत के साथ उन्हें 10 लाख 28 हजार डॉलर की इनामी राशि मिली है, जिसके कारण वो अब तक कुल $98,199,588 की राशि जीत चुके हैं, जबकि फेडरर ने कुल $97,855,881 जीते हैं, जिससे वे फेडरर को पछाड़कर एटीपी टूर पर सर्वाधिक कमाई करने वालों में शीर्ष पर पहुंच गए हैं।
4) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में सभी प्रकार की शराब की ब्रिकी पर पूर्ण प्रतिबंध की घोषणा की:
विवरण:

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में न सिर्फ देशी शराब बल्कि भारत में बनी विदेशी शराब (आईएमएफएल) समेत सभी प्रकार की शराब की ब्रिकी पर पूर्ण प्रतिबंध की आज घोषणा की।
यह निर्णय, बिहार कैबिनेट द्वारा ग्रामीण इलाकों में देसी और मसालेदार शराब पर लगाए गए प्रतिबंध के चार दिन बाद आज दोपहर में लिया गया है।
इसी के साथ गुजरात, नागालैंड और मणिपुर के बाद बिहार सभी प्रकार की शराब की ब्रिकी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने वाला चौथा राज्य बन गया है।
5) भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती की:
विवरण:

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को मौजूदा वित्त वर्ष की प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती कर दी। इसके साथ प्रणाली में तरलता बढ़ाने के अन्य उपायों से मौद्रिक नीति का बेहतर प्रभाव दिखेगा और उद्योग के लिए ऋण की लागत और उपलब्धता में सुधार होगा।
1 अप्रैल को शुरू हुए 2016-17 वित्त वर्ष के लिए प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि,
क्षमता उपयोग (कैपेसिटि यूटिलाइजेशन) में कमी के कारण कमजोर निजी निवेश को देखते हुए, रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कमी से विकास को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
तदनुसार, रेपो दर, जिस पर आरबीआई वाणिज्यिक बैंकों को लघु अवधि के लिए ऋण देता है, 6.5 फीसदी नीचे आ गई है।
हालाँकि, इस कटौती की पहले से उम्मीद की जा रही थी, परन्तु इस खबर के आने के बाद शेयर बाजार की प्रतिक्रिया नकारात्मक दिखी और बीएसई का सेंसेक्स लगभग 300 अंक नीचे गिर गया।